
क्रीमीलेयर ओबीसी की वह कैटेगरी है जिसे एडवांस (सामाजिक शिक्षित पिछड़ापन नहीं है मतलब इज्जत दार है ठीक-ठाक खा पी रहा है) माना जाता है उसे नौकरी और शिक्षा में 27 फीसदी रिजर्वेशन नहीं मिलता मौजूदा नियम के अनुसार ₹800000 या इससे अधिक की वार्षिक आय वाले एक परिवार को क्रीमीलेयर की कैटिगरी में रखा जाता है ऐसे में इसे ओबीसी के लिए उपलब्ध कोटा नहीं मिलता
800000 रुपए की सालाना इनकम लिमिट के साथ सवर्णों (EWS, मतलब के Non SC/ST/OBC) का आरक्षण चलेगा! वह भी तब इस तबके का भारी महत्वपूर्ण प्रदर्शन प्रतिनिधित्व है। कोई सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ापन नहीं है।
800000 रुपए की सालाना इनकम लिमिट के साथ OBC का आरक्षण नहीं चलेगा, जबकि उनका सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ापन और कम प्रतिनिधित्व है।
अब किसी को कुछ नहीं दिख रहा इन्हें जो चाहिए था मिल गया सब चंगा सी,सब अद्धभुत है