एक कहानी बताता हूं
एक बार पति तनख्वाह लेकर आया जब में उसके पैसे रखे हुए थे पत्नी ने देखा पति की तनख्वाह आई है उसने जब से 500 के दो नॉट निकालिए बाकी जब में ही छोड़ दिए पति ने देखा ₹1000 काम है पति पूरा दिन पूरी रात कई दिन तक सोता रहा पैसे कहां खर्च हुए अंत में पति इस निर्णय पर पहुंच की शायद मुझे याद नहीं आ रहे कहां खर्च हुए और वह लगातार फिर ड्यूटी करता रहा अगले महीने फिर तनख्वाह आई पत्नी ने देखा पति की तनख्वाह आ गई जयपुर में पैसे रखे हुए हैं उसने ₹1500 निकाल लिए फिर पति सोचता रहा₹1500 कहां खर्च कर दिए अंत में निर्णय पर पहुंचा कि चलो कहीं खर्च हो गए होंगे या निकल गए होंगे या गिर गए होंगे अगले महीने फिर तनख्वाह आई फिर ₹500 पत्नी ने निकाल लिए फिर पति सोचता रहा ₹500 कहां गिर गए कहां खर्च हो गए समझ नहीं आ रहा चलो कहीं गिर गए होंगे फिर काम पर मन से लगे अगले महीने फिर तनक आई फिर पत्नी ने₹2800 निकाल लिए पति सोचता रहा चलो कहीं खर्च हो गए होंगे गिर गए होंगे यही सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक पति ने पत्नी को पैसे निकालते हुए अपनी आंखों से देख नहीं लिया एक दिन पति ने खुद अपनी आंखों से देखा की पत्नी₹1200 निकाल कर ले गई लेकिन बताया नहीं तब पति को समझ आया कि सारे पैसे पत्नी निकल रही थी
ऐसे ही देश की जनता बार-बारभारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वोट देता है भारतीय जनता पार्टी को भारत से समाप्त करने के लिए वोट देता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी आदरणीय मोदी जी अमित शाह की तमाम भाजपा के छोटे-बड़े कार्यकर्ता इस प्रकार उछल कूद करते हैं कि अंत में जनता सोचती है कहीं ना कहीं जीत गए होंगे
अगली बार फिर चुनाव हुआ फिर भाजपा के खिलाफ जनता ने वोट किया भाजपा ने इस कदर छल कुदकारी की कहीं ट्रैक्टर ट्राली में कहीं बस में कहीं झंडा दिखाएं कहीं टीवी चैनल पर मोदी मोदी चिल्लाई यानी देश और दुनिया को ऐसा माहौल करके दिखाया कि जैसे सारी जनता भाजपा के पीछे ही है जनता फिर सोचने लगी शायद किसी और ने वोट दे दी होगी दूसरों ने वोट देती होगी उन्होंने जीता दिया होगा लेकिन सच्चाई बात उन्हें नहीं पता चल रही
अगला फिर चुनाव आया जनता ने फिर भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वोट किया लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रकार फिर उछल कूद की काफी प्रचार किया मोदी मोदी चिल्लाई जनता सोच रही है की सारी जनता मोदी जी के साथ खड़ी है भाजपा के साथ खड़ी है अंत में भाजपा फिर जीत गई जनता सोचती रही के दूसरे लोगों ने वोट दे दिया होगा तीसरे लोगों ने वोट दे दिया होगा।
अगली बार फिर चुनाव आए फिर भारतीय जनता पार्टी को देश की जनता ने हारने के लिए वोट दिया लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस बार महिलाओं को 10-10 हजार रुपए उनके खाते में दे दिया भारतीय जनता पार्टी फिर जीत गई जनता सोचती रही महिलाओं ने वोट दे दिया होगा इसलिए जीत गए यूं ही जीत का सिलसिला भारतीय जनता पार्टी का चला रहा लेकिन जनता ने कभी यह नहीं देखा कभी यह नहीं सोचा कि सारा घोटाला चुनाव आयोग का है जैसे
एक बंदा बोलता है मेरी दाहिने हाथ की हथेली में खुजली हो रही है दूसरा व्यक्ति बोला भैया धन आएगा पैसा आएगा रुतबा आएगा
दूसरे दिन बोला भैया आज मेरे बाएं हाथ में खुजली हो रही है दूसरा व्यक्ति बोला आज तुम्हारा कुछ ना कुछ धन जाएगा
तीसरे दिन फिर बोला आज मेरी कमर में खुजली हो रही है चौथे दिन बोला आज मेरे पैर में खुजली हो रही है पांचवें दिन बोला आज मेरे सिर में खुजली हो रही है छठे दिन बोला आज मेरे पेट पर खुजली हो रही है दूसरा व्यक्ति बोला भैया ना कुछ तेरा आएगा ना पैसा जाएगा ना आएगा तुझे खुजली की बीमारी है किसी डॉक्टर के पास जा और अपनी खुजली का इलाज करवा
आज का चुनाव सिर्फ इसी प्रकार का रह गया कि देश की जनता भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वोट करती है लेकिन बार-बार भारतीय जनता पार्टी जीत जाती है देश की जनता को चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी की जीत का असली राज आप जान ले और इसका इलाज करवा ले नहीं तो भारतीय जनता पार्टी जीत दी जाएगी और देश की जनता कुछ नहीं कर पाएगी लोकतंत्र की भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी बीमारी चुनाव आयोग देश की स्वतंत्र जांच एजेंसियां देश का मीडिया देश की न्यायपालिका देश की कार्यपालिका देश की विधायिका यह सब जिम्मेदार है इन सब से निवेदन करिए के इंसानियत के नाते देश में लोकतंत्र के नाते देश की जनता की खातिर देश की खातिर अपनी ड्यूटी सही प्रकार से करें जिस देश में सही लोकतंत्र से ही राजनेता चुनकर आ सके इस बीमारी को दूर करने का यही रास्ता है इन सब से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि अपना कार्य अपनी ड्यूटी सच्चाई ईमानदारी वफादारी के साथ करें किसी के बहकावे में आकर अपनी ड्यूटी अपने कर्तव्य पर कलंक का टीका ना लगवाएं आने वाला भविष्य नहीं तो आपको भूल नहीं पाएगा।
निवेदक सुभाष चंद्र कश्यप पूर्व सांसद प्रत्याशी बागपत लोकसभा 2014 निर्दलीय मोबाइल नंबर 98377495572 23 नवंबर 2025 प्रातः 6:15 बजे पोस्ट लिखी गई