आपका सुझाव लाएगा बदलाव विकसित उत्तर प्रदेश 2047
विकसित उत्तर प्रदेश का सपना आपने देखा हो अगर सुझाव ना दिया हो तो चुके नहीं आज ही सुझाव दें
बागपत, 16 अक्टूबर 2025 –आपका सुझाव लाएगा बदलाव विकसित उत्तर प्रदेश 2047 में क्यूआर कोड पर अपना सुझाव अवश्य दें इसी क्रम में जिलाधिकारी अस्मिता लाल के निर्देशन में जनपद में विकसित उत्तर प्रदेश समर्थ उत्तर प्रदेश के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है जनपद की समस्त विकासखंड, नगर पालिका, नगर पंचायत ,जनपद के प्रमुख स्थलों ,प्रमुख कार्यलयों में बाल पेंटिंग आदि के माध्यम से क्यू आर कोड स्थापित कराए गए हैं जिस पर कोई भी व्यक्ति अपने उत्तर प्रदेश को कैसा देखना चाहता है इसके संदर्भ में 12 सेक्टरों के अंतर्गत अपना सुझाव देकर अपने उत्तर प्रदेश को समर्थ उत्तर प्रदेश बनाने में योगदान दे आपका सुझाव निश्चित ही बदलाव लाएगा इसी कड़ी में कार्यालय के बाहर स्थापित स्टैंडिंग पर लोगों को सुझाव देते हुए देखा गया जिसमें अपने देश को विकसित होने की अपेक्षाएं और उत्तेजना देखने को मिली देश बढ़ रहा है उत्तर प्रदेश बढ़ रहा है तो हमारा जनपद भी निश्चित ही आगे बढ़ेगा अगर आपने भी सुझाव नहीं दिया है तो https://samarthuttarpradesh.up.gov.in/ अंतिम दिनांक 31 अक्टूबर 2025 से पहले अपना सुझाव अवश्य दें।
कलेक्ट्रेट परिसर अन्य कार्यालय में आज नागरिक–प्रशासन सहभागिता का सशक्त उदाहरण बना, जब “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047” महाअभियान के अंतर्गत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने क्यूआर कोड स्कैन कर अपने सुझाव साझा किए। यह पहल केवल आने वाले विकसित भारत और समर्थ उत्तर प्रदेश के निर्माण में सक्रिय भागीदारी का संदेश है।
विभागीय अधिकारियों ने मौके पर ही उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुए विभिन्न स्थानों पर लगाए गए स्टैंडी और डिजिटल क्यूआर कोड के माध्यम से नागरिकों को सुझाव भेजने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह अभियान जन–जन के विचारों का जनआंदोलन बन रहा है और हर नागरिक का छोटा-सा सुझाव भी भविष्य की नीतियों को दिशा देगा।
इस दौरान अधिकारियों–कर्मचारियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल इंडिया, कृषि, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और युवा नेतृत्व जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए। खास बात यह है कि कोई भी नागरिक सीधे समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल या क्यूआर कोड स्कैन कर 31अक्टूबर से पहले अपने सुझाव भेज सकते है। बेहतर सुझाव देने वालों को सरकार व जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा और प्रत्येक सहभागी को जिम्मेदार नागरिकता का ऑनलाइन प्रमाणपत्र प्रदान होगा।
जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने आह्वान किया कि “हर परिवार से कम से कम एक सुझाव अवश्य आना चाहिए। आपके विचार ही 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। यह अवसर है कि हम केवल दर्शक न बनें, बल्कि विकास यात्रा के सक्रिय भागीदार बनें।”
उन्होंने बताया कि अभियान से प्राप्त विचारों के आधार पर जो विजन डॉक्यूमेंट तैयार होगा, उसमें अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति जैसे मूल स्तंभ शामिल होंगे। यह दस्तावेज़ कृषि, औद्योगिक विकास, आईटी, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पर्यटन, सुशासन और सुरक्षा सहित 12 प्रमुख सेक्टरों को कवर करेगा। यही दस्तावेज़ आने वाले वर्षों के लिए नीतियों की रूपरेखा तय करेगा।
अभियान का एक प्रेरक पहलू यह भी है कि नागरिक केवल समस्याएँ नहीं बता रहे, बल्कि उनके समाधान भी सुझा रहे हैं। कहीं युवाओं ने जनपद स्तरीय “मन की बात” जैसे स्थानीय संवाद की मांग की है, तो कहीं छात्र–छात्राओं ने खेल अकादमी, डिजिटल लैब और अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिंथेटिक ट्रैक जैसे प्रस्ताव दिए। किसान जैविक खेती और मिलेट्स के निर्यात की बात कर रहे हैं, वहीं महिलाएँ रोज़गार आधारित प्रशिक्षण, स्वास्थ्य और स्वच्छता सुविधाओ पर जोर दे रही हैं।
जिला प्रशासन का मानना है कि यह अभियान नागरिकों और शासन के बीच की दूरी को कम करेगा और इंपैक्ट डिलीवरी सिस्टम को अधिक मज़बूत बनाएगा। यही कारण है कि इसे नीति-निर्माण में प्रत्यक्ष जनभागीदारी का सबसे बड़ा अवसर माना जा रहा है।
सूचना विभाग बागपत