बागपत ::- बड़ौत में कॉलोनाइजर के साथ मिलकर मीरापुर रजबहे की पटरी पर अवैध रूप से सड़क बनवाने के मामले में सिंचाई विभाग के चार अफसर दोषी मिले हैं। अधिशासी अभियंता ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधीक्षण अभियंता ड्रेनेज गाजियाबाद, प्रमुख सचिव के साथ ही डीएम व सीडीओ को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी है। अब जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। बड़ौत में मीरापुर रजबहे की पटरी पर अगस्त में सिंचाई विभाग के अफसरों से मिलीभगत करके कॉलोनाइजर ने अवैध रूप से सड़क बना दी थी। शिकायत के बाद कार्य पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन कॉलोनाइजरों और सिंचाई विभाग के अफसरों ने दोबारा खेल करते हुए सड़क बना दी। इसको लेकर सिंचाई बंधु की बैठक में काफी हंगामा हुआ तो सीडीओ नीरज कुमार श्रीवास्तव ने मामले में जांच के आदेश दिए। वही सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता रजनीश कुमार ने जांच की तो इसमें चार अफसर दोषी मिले। उन्होंने बताया कि सहायक अभियंता, अवर अभियंता, जिलेदार व सींचपाल सड़क बनवाने में दोषी मिले। इनको नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा तो इन्होंने कहा कि इनको मामले की जानकारी नहीं थी, जबकि इनको पूरी जानकारी थी। इसके बाद चारों अफसरों को दोषी मानते हुए अधिशासी अभियंता ने कार्रवाई करने के लिए प्रमुख सचिव, अधीक्षण अभियंता, डीएम, सीडीओ को रिपोर्ट भेजी है।
कॉलोनाइजर पर जुर्माना लगाकर दर्ज कराया जाएगा मुकदमा
मीरापुर रजबहे की पटरी पर सिंचाई विभाग की अनुमति के बिना सड़क बनाने वाले कॉलोनाइजर के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उस पर जुर्माना लगाकर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, क्योंकि रिपोर्ट में कॉलोनाइजर को भी दोषी ठहराया गया है। अफसरों पर कार्रवाई के साथ ही कॉलोनाइजर पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया।