स्वयं भगवान उसके सपने में आकर प्रार्थना करते हैं कि_
जा दलित जज पर जुता मार..!
ऐसा अद्भुत ईश्वर से अटैच भगवा अधिवक्ता है..
लेकिन अब उसकी फटी पड़ी है.
डर के मारे घर से निकलना बंद है..
और भगवान काम नहीं आ रहे..
सज़ा से बचने के लिये ईश्वर कनेक्शन काम नहीं कर रहा..
SC/ST एक्ट से बचने के लिये झूठ बोलना पड़ रहा है कि साबित नहीं कर सकता पर दलित है..
जूता फेंकने को कहने के लिये आने वाले_अब मदद को नहीं आ रहे..
क्या भगवान उसका मोदिया काट रहे हैं..?
उसकी स्कूटी गाय, कुत्ते से नहीं सिर्फ बकरियों को टच करती थी, फिर वो पिटता था
और उसकी पत्नी को वो उठाकर ले जाते थे..
वो चली जाती थी..
वो छोड़ जाते थे..
वो आ जाती थी..
वो फिर उठाकर ले जाते थे..
वो चली जाती थी..
एक वकील होने के नाते उसने इसकी कभी FIR नहीं की..?
और बार बार पत्नी को उठा ले जानेवालों का मुहल्ला नहीं छोड़ा..?
ऐसा उठाना-छोड़ना चलते रहने दिया..
तो हो सकता है कि उसकी पत्नी उसके मोडियापे से मन बहला रही हो..
जब इसकी पत्नी को उठाकर ले जाया जाता था, तब इसने जूता नहीं मारा,
लेकिन CJI पर जूता फेंक दिया..पत्नी उठा ले जाने वालों पर जुता नहीं फैंका..
नाथूराम ने भी कभी अंग्रेजों पर गोली नहीं चलाई..लेकिन मुसलमान का भेष धरकर
एक बूढ़े महात्मा को तीन गोलियाँ मारीं..!!
