पोषण केवल महिलाओं की नहीं, पुरूषों की भी है जिम्मेदारी
राष्ट्रीय पोषण माह 2025: बच्चों के बेहतर विकास के लिए परिवार का हर सदस्य जिम्मेदार बागपत, 10 सितम्बर 2025 –…
गरीब परिवारों की बेटियों की शादी अब होगी सम्मानजनक, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब एक लाख तक का मिलेगा लाभ
सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना 51000 से बढ़कर अब ₹100000 की लाभार्थियों को मिलेगा लाभ निराश्रित और जरूरतमंद बेटियों…
. प्रेस नोटमेरठ परिक्षेत्र कार्यालयदिनांक- 11.09.2025
▪️ डीआईजी रेंज मेरठ ने पुलिस लाईन बागपत मे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियो हेतु नवनिर्मित अतिरिक्त क्लासरुम, अतिरिक्त…
बड़ौत में खुले रहे बाजार छुट्टी के दिन भी , अधिकारियों का नहीं कंट्रोल, समाजसेवी रोज उठते हैं आवाज लेकिन अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती अधिकारियों के कान हुए बंद आंखें भी नहीं खुल रही मुंह से सिर्फ खाना जा रह
बागपत बड़ोत. 10.9.25।पिछले तहसील दिवस पर डीएम महोदया बागपत को साप्ताहिक मार्केट बंदी के सन्दर्भ में दिए ज्ञापन का नहीं…
वर्तमान में बेहिसाब बढ़ते उम्र में शादी-विवाह करने की परंपरा पर यह एक काल्पनिक लेकिन बहुत ही प्रेरक लेख है। इसे अवश्य पढ़े।हो सकता है कि कुछ सदस्यों के लिए यह प्रासंगिक नहीं हो लेकिन सभी समाजों में वर्तमान पीढ़ी के अधिकांश युवाओं की सोच में जो परिवर्तन आया है या जो वास्तविकता है उसको विशुद्ध रूप से इस काल्पनिक आर्टिकल के माध्यम से चित्रित करने की एक कोशिश की गयी है!
शादी है या समझौता copy paste अगर पसंद नहीं आये या प्रासंगिक नहीं लगे तो कृपया इग्नोर करें :- 18…
केंद्र व राज्य सरकार पत्रकार को सम्मान सुरक्षा सैलरी पेंशन दे, सुभाष रकवार
मध्य प्रदेश। निवाड़ी,देशभर में आज पत्रकार निशाने पर आ रहे हैं पुलिस की खबर ना लिखे तो पुलिस बदतमीजी झूठे…
🌹🌹🇮🇳जय हिन्द 🇮🇳🌹🌹क्या भारत के नेताओं ने अपनी कुर्सी के लिए अपना इमान बेच दिया है?क्या नितीश कुमार और चंद्र बाबू का रौल आज मक्कारी भरा नहीं है?क्या भारत मुर्दों का देश है?क्या भारत मे अंध भक्त ही रहेंगे?क्या भारत की मीडिया इसी तरह पैसे लेकर खबर करती रहेगी?क्या देश का प्रधानमंत्री इसी तरह झूट पर झूठ बोलता रहेगा?क्या देश में बलात्कारियों को बरी करते रहेंगे?क्या देश में बाबा राम रहीम जैसे बलात्कारी और हत्यारे को पैरोल पर पैरोल मिलती रहेगी?कब तक उच्च पदों बैठे लोग अपने फ़ायदे के लिए देश के लोकतंत्र को बेचते रहेंगे।क्या देश कि प्रधानमंत्री इसी तरह कर्जा लेकर देश चलायेगा?क्या कोई संस्था कर्ज पर संज्ञान लेकर तानाशाह सरकार से सवाल करेगी आखिर कब तक कर्ज लेकर देश में भ्रष्टाचार होगा ये सब सवाल है जिसे हर भारतीय ने सड़क पर उतर कर सरकार से सवाल करना चाहिए वरना ये भारत देश मुर्दों का देश है।सुरेन्द्र पहलवान पूर्व फौजी
क्या भारत के नेताओं ने अपनी कुर्सी के लिए अपना इमान बेच दिया है?क्या नितीश कुमार और चंद्र बाबू का…
समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान में हर नागरिक का सुझाव है जरूरी
नागरिकों ने दिए सुझाव: नागरिक–प्रशासन संवाद को मजबूत कर इंपैक्ट डिलीवरी सिस्टम में भागीदारी पर जोर युवा, शिक्षाविद, महिलाएं, श्रमिक:…
जिलाधिकारी की मदद से आकांक्षा ने कठिनाइयों को मात दी, रोजगार पाकर जगी नई उम्मीद
दिव्यांगता शरीर में हो सकती है, लेकिन हौसले और सपनों को कभी कमज़ोर नहीं कर सकती ट्राइसाइकिल लेने आई आकांक्षा…