कई बार तो लगता है देश को आजाद करने के लिए राजगुरु सुखदेव भगत सिंह और न जाने कितने देश भक्तों ने हंसते-हंसते देश के लिए देश को आजाद करने के लिए फांसी के तख्ते पर झूल गए या अन्य प्रकार से शहीद हो गए
और पीछे छोड़ के चालक स्वार्थी मतलबी मौका परस्त लोगों को, कुछ लोग तो देश में 95 साल से देश की सत्ता पर कब्जा जमाई रखने का सपना सजाए हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे जो आज देश देश के लोगों को कुछ भी नहीं समझते मेरे अपने विचार है किसी और के नहीं देश के लोगों का हक अधिकार छीना बस इनकी फितरत में कूट-कूट कर भरा है बात तो बहुत सारी है लेकिन क्या लिखें चुप रहना ही आज के दौर में ज्यादा से ही है सोचा था कांग्रेस ने देश में कुछ नहीं किया किसी और को मौका देना चाहिए क्या पता था वह उनके भी परदादा निकलेंगे
अपना कर्तव्य हर कोई भूल गया देश के चारों स्तंभ हो या हो देश की सरकार सभी अपना कर्तव्य भूल गए चाहे दर से चाहे लालच से या अन्य किसी और प्रकार से सभी अपना कर्तव्य भूल गए
जय हिंद
निवेदक
सुभाष चंद कश्यप 9837749557 23 नवंबर 2025