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डीयू ( दिल्ली विश्वविद्यालय) में गणित पीएचडी करने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी पडती है,प्रवेश परीक्षा में प्राप्तांक आधार पर ही प्रवेश दिया जाता है ।
डीयू प्रशासन के सामने तब बडी समस्या हुई जब प्रवेश परीक्षा में SC/ST के कुछ छात्रों ने (-6 )अंक तक प्राप्त कर लिए, अब आरक्षण पूरा करने के लिए प्रशासन को ऐसे छात्रों के लिए न्यूनतम योग्यता शून्य करनी पडी,मतलब अब सामान्य वर्ग को 94/200,पिछडा वर्ग के लिए 84/200, और Sc/St के लिए 00/200 न्यूनतम योग्यता तय की गयी,,
अब बताइए 200 में से 93.5 अंक लाने वाला सामान्य वर्ग का अयोग्य घर बैठेगा, और Sc/St का 00 अंक लाने वाला होनहार प्रतिभावान छात्र गणित में शोध करके किसी महाविद्यालय में भारत के छात्रों को गणितज्ञ बनायेगा,,
ऐसी ही कहानी पिछले 75 सालों से निरंतर चल रही है ।
विकसित भारत 2047
धन्यवाद हो लोकतंत्र का,
धन्यवाद हो संविधान का,
धन्य हो सभी राजनैतिक दलों का,
और उन सभी देशभक्तों का धन्यवाद जो शान्ति से बैठे है