बड़ौत/दोघट ::- यूपी के बागपत स्थित गांगनौली गांव की बड़ी मस्जिद के पहली मंजिल पर बने जिस कमरे में मुफ्ती इब्राहिम का परिवार रहता था, उस कमरे का शनिवार को मंजर काफी खौफनाक था। बेड पर मुफ्ती की पत्नी इसराना का शव आधा नीचे लटका हुआ था और दोनों बच्चियां सोफिया व सुमाइया खून से लथपथ चारपाई पर पड़ी थीं। किसी के गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया था तो किसी का सिर फटा हुआ था। सबसे पहले वहां छह बच्चियों ने मंजर देखा तो उनकी चीख निकल गई। आलिमा की पढ़ाई कर चुकी इसराना आस-पास रहने वाले कई परिवारों की बच्चियों को अपने कमरे में बुलाकर पढ़ाती थी। इसलिए ही दोपहर करीब ढाई बजे बच्चियां उनके पास आ जाती थीं। शनिवार दोपहर भी पड़ोस की छह बच्चियां पढ़ाई के लिए इसराना के पास गईं, लेकिन सीढ़ी का दरवाजा ऊपर से बंद होने के कारण कमरे में नहीं जा सकीं। इसके बाद बच्चियां दूसरी सीढ़ी से होते हुए छत पर गईं और दीवार फांदकर सीढ़ी का दरवाजा खोलने के बाद मुफ्ती के कमरे में पहुंचीं। बच्चियों ने बताया कि छत पर कई जगह, दरवाजे पर खून लगा मिला तो उन्होंने सोचा कि कोई बंदर घायल हो गया है। वहां कमरे के अंदर तीनों चारपाई और बेड पर पड़े थे। तीनों मां और बेटियों को देखते ही सभी बच्चियां डर गईं और चिल्लाते हुए बाहर भागकर लोगों को इसकी जानकारी दी। बच्चियों ने बताया कि वहां तीनों का पूरा शरीर खून से लथपथ था। स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा था कि धारदार हथियार से वार किए गए हैं। इसराना, सोफिया व सुमाइया के शरीर पर गहरे जख्म थे। उधर, मामले की जानकारी होते ही बड़ी संख्या में लोग माैके पर पहुंच गए और पुलिस को घटना की जानकारी दी।