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विशाल कश्यप / एजेंसी, नई दिल्ली। संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास होने के बाद राजनीतिक पार्टियों सियासी दावों के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपीए सरकार के समय लाए गए महिला आरक्षण बिल में ओबीसी कोटे के प्रविधान को शामिल नहीं करने पर गहरा अफसोस जताया है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनी तो जातीय जनगणना करवाएंगे। महिला आरक्षण को तुरंत लागू करने के लिए जनगणना व परिसीमन की शर्त हटाने की सरकार से मांग की है। शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2010 में यूपीए द्वारा राज्यसभा में पारित महिला आरक्षण बिल में ओबीसी कोटे का प्रावधान नहीं होने को लेकर खेद भी व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि इसका सौ प्रतिशत उन्हें अफसोस है। इसलिए हमारी सरकार बनते ही हम जातीय जनगणना कराएंगे ताकि ओबीसी, दलित और आदिवासियों का आंकड़ा जानकर उस हिसाब से सत्ता में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। जातीय जनगणना इस तस्वीर को साफ करेगी कि देश में ओबीसी, दलित और आदिवासियों की संख्या कितनी है।

संसद में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम है। परन्तु इसमें जोड़ी गई शर्तों के कारण अब से दस साल बाद लागू होगा। इससे साफ है कि केवल चुनावी मु²द्दा बनाने के लिए इसे लाया गया है और सरकार इसके जरिये जातिगत जनगणना से ध्यान भटका, जातिगत जनगणना करना नहीं चाहती है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सचिवों में ओबीसी की हिस्सेदारी बेहद कम होने के उनके सवालों पर भाजपा के लोकसभा में बड़ी संख्या में उसके ओबीसी सांसद होने के जवाब पर राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के सांसद हों कांग्रेस या आइएनडीआइए के अन्य दल, सभी सांसदों को लोकसभा में मूर्ति बनाकर रखा गया है। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के लिए किसी भी फैसले में सांसदों को शामिल नहीं किया जाता और ओबीसी सांसदों के पास कोई पावर भी नहीं है।

प्रधानमंत्री ओबीसी के लिए बहुत काम करने की बात हमेशा कहते लेकिन केंद्र सरकार के 90 सचिवों में केवल तीन ही ओबीसी से क्यों हैं? ओबीसी, एससी/एसटी वर्ग के सचिव देश के सिर्फ छह प्रतिशत बजट को ही संचालित करते हैं। ऐसे में हर दिन पिछड़ों की बात करने वाले पीएम मोदी ने ओबीसी वर्ग के लिए कुछ नहीं किया? भाजपा अदाणी व जातीय जनगणना मुद्दों से डरती है। जब वे दोनों बटन दबाते हैं तो भाजपा तुरंत उछल पड़ती है। क्योंकि वह ओबीसी की हितेसी नहीं है।

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