नागरिकों ने दिए सुझाव: नागरिक–प्रशासन संवाद को मजबूत कर इंपैक्ट डिलीवरी सिस्टम में भागीदारी पर जोर
युवा, शिक्षाविद, महिलाएं, श्रमिक: सभी ने मिलकर लिखा विकसित यूपी के विजन 2047 का खाका
सुझाव: “मन की बात” का हो स्थानीय संस्करण, प्रशासन और नागरिकों में हो बेहतर जुड़ाव
हर नागरिक का विचार तय करेगा प्रदेश का भविष्य, समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल पर सुझाव भेज सकेंगे नागरिक
बागपत, 09 सितम्बर 2025 – समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान के अंतर्गत आज जनपद बागपत में तीन महत्त्वपूर्ण संवाद कार्यक्रम आयोजित हुए। जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत में विद्यार्थियों और शिक्षाविदों से, बड़ौत विकास खंड कार्यालय में ग्राम प्रधानों, क्षेत्रीय/जिला पंचायत सदस्यों, महिला समूहों, विभिन्न योजनाओ के लाभार्थियों, कर्मचारी/श्रमिक संगठनों से, गाँव खेड़की में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला समूहों से एवं कलेक्ट्रेट सभागार में मीडियाकर्मियों से प्रबुद्धजनों ने संवाद किया और उनके विचार व सुझाव प्राप्त किए।
जनपद के नोडल अधिकारी एवं प्रमुख सचिव (आयुष व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग) श्री रंजन कुमार ने कहा कि 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए प्रत्येक सुझाव महत्त्वपूर्ण है और प्रत्येक नागरिक इस बदलाव का भागीदार बने। वहीं जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने आह्वान किया कि प्रत्येक परिवार से एक सुझाव अवश्य आए एवं उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल पर सुझाव भेजने के लिए प्रेरित किया।
संवाद में शासन से नामित प्रबुद्धजन सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी प्रभानसु कुमार श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त एयरफोर्स विंग कमांडर विरोहित कुमार तोमर, चिकित्सा शिक्षा के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. तुंगवीर सिंह आर्या, कृषि वैज्ञानिक डॉ. ओमवीर सिंह तथा विद्युत विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता चंद्रशेखर मित्तल ने कहा कि यह हर नागरिक की आकांक्षाओं को शामिल करने का माध्यम है। विशेष रूप से प्रदेश के युवाओं के नवाचारी सुझावों को विकसित उत्तर प्रदेश के विजन दस्तावेज में समाहित करना बेहद आवश्यक है क्योंकि विकसित बनते प्रदेश में सबसे बड़ी भूमिका युवाओं की होगी जो देश प्रदेश में महत्वपूर्ण पदों पर विकसित भारत के लक्ष्य को गति प्रदान करेंगे।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मीडिया बंधुओं के साथ संवाद कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों ने कलेक्ट्रेट में मीडिया कक्ष, मुख्यधारा से हटे गांवों में विकास, जनपद के दीक्षित अवॉर्ड सीमा विवाद, योजनाओं के गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन आदि विषय रखे। जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी ने मीडियाकर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने की भूमिका को रेखांकित किया एवं प्रदेश भर में सूचना विभाग को तकनीकी युक्त बनाए जाने का विचार रखा।
राज्य युवा पुरस्कार से विभूषित अमन कुमार ने सरकार के इंपैक्ट डिलीवरी सिस्टम में गांव स्तर से जनपद स्तर तक की समितियों में युवाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने, मन की बात कार्यक्रम के जनपद स्तरीय स्थानीय संस्करण आयोजित करने, नागरिक प्रशासन के बीच बेहतर जुड़ाव, जनपद बागपत से जुड़े महत्वपूर्ण घटनाओं व्यक्तियों स्थानों तथ्यों आदि संकलित कर जनपद की पुस्तक बनाकर विद्यालयों में उपलब्ध कराने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिए जिसकी प्रबुद्धजनों एवं मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव ने सभी सुझावों की भूरि भूरी प्रशंसा की। विकास में भागीदारी दे रहे नागरिकों की एकीकृत सूची बनाकर जनपद में विशिष्ट व्यक्तियों को प्रोत्साहन मिले।
वहीं जनता वैदिक कॉलेज में छात्रों ने शिक्षा, खेल और युवाओं की भूमिका पर कई सुझाव दिए। ईशा ने खेल एकेडमी की स्थापना की मांग रखी, वहीं शुभम कुमार ने सिंथेटिक ट्रैक निर्माण का सुझाव दिया ताकि युवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयारी कर सकें। अक्षित कुमार ने किसानों की उपज को एक्सपोर्ट से जोड़ने की बात कही। छात्राओं ने हिंदी और अंग्रेज़ी माध्यम में उच्च शिक्षा, कंप्यूटर लैब और डिजिटल लिटरेसी जैसी सुविधाओं को मजबूत करने का सुझाव दिया।
बड़ौत विकास खंड कार्यालय में हुए संवाद में नागरिकों और संगठनों ने स्वास्थ्य, कृषि और समाज कल्याण से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा की। नागरिकों ने बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम में कमी और स्कूलों के पाठ्यक्रम में साइबर सुरक्षा व सूचना साक्षरता जैसे विषय जोड़ने का सुझाव दिया। रटौल आम के निर्यात और मिलेट्स को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई गई। प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की मांग की गई। नागरिकों ने बरनावा के लाक्षागृह को विकसित करने, गांवों में लाइब्रेरी बनाने और तालाबों के संरक्षण पर बल दिया। महिलाओं ने स्वयं सहायता समूहों की आजीविका को मजबूत करने की बात कही, वहीं दिव्यांगजनों ने पेंशन के बजाय रोजगार से जोड़ने का सुझाव दिया।
गाँव खेड़की में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला समूहों के साथ संवाद के दौरान ग्रामीण स्तर की प्राथमिकताएँ सामने आईं। महिलाओं ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण सामग्री की गुणवत्ता और समय पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बच्चों और महिलाओं की पोषण शिक्षा के लिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई गई। महिला समूहों ने स्वच्छ पेयजल, स्वच्छ शौचालय और सैनिटरी नेपकिन वितरण जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता में शामिल करने पर जोर दिया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस पोर्टल को एकीकृत किया जाए, ताकि सेवाएँ समय पर मिल सकें। महिलाओं ने गांवों में रोजगार आधारित प्रशिक्षण, सिलाई-कढ़ाई केंद्र और फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने की मांग की, जिससे महिलाएँ आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटर कॉलेज की स्थापना हो और कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाया जाए ताकि लड़कियाँ निश्चिंत होकर पढ़ाई कर सकें।
सरकार इस अभियान से प्राप्त विचारों के आधार पर एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करेगी, जो तीन प्रमुख थीमों—अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति—पर आधारित होगा। विजन दस्तावेज में 12 प्रमुख सेक्टर शामिल होंगे—कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी एवं उभरती प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन। यह डॉक्यूमेंट न केवल वर्तमान नीतियों की दिशा तय करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए विकास की आधारशिला साबित होगा और 2047 तक प्रदेश को विकसित राज्यों की श्रेणी में ले जाने का रोडमैप बनेगा।
प्रबुद्धजनों ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इस अभियान को अपने कार्यक्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएं और उन्हें ऑनलाइन पोर्टल samarthuttarpradesh.up.gov.in पर अपने सुझाव दर्ज करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल की प्रक्रिया भी समझाई और बताया कि कोई भी नागरिक 05 अक्टूबर तक सीधे उत्तर प्रदेश सरकार को अपने सुझाव भेज सकता है। पोर्टल मोबाइल और कंप्यूटर दोनों माध्यमों से आसान एक्सेस के साथ उपलब्ध है और QR कोड स्कैन कर भी फीडबैक साझा किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अस्मिता लाल ,मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव ,परियोजना निदेशक राहुल वर्मा सहित जनपद के आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
सूचना विभाग बागपत