अन्नू कश्यप, नई दिल्ली। शेयर मार्किट पर विश्वाश करना ठीक नहीं है। एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में बुधवार का दिन निवेशकों के लिए नुकसान वाला रहा। दोनों मुख्य सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बीएसई सेंसेक्स 215 अंक या 0.34 प्रतिशत गिरकर 62,410 अंक और एनएसई निफ्टी 82 अंक या 0.44 प्रतिशत गिरकर 18,560 अंक पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार लगभग सपाट खुला था। परन्तु आरबीआई की मौद्रिक नीति में महंगाई बनी रहने की खबर ने बाजार को कमजोर दिया और बाजार गिरकर बंद हुआ। सरकारी बैंक और एफएमसीजी को छोड़कर लगभग सभी इंडेक्सों में आज के कारोबारी सत्र में दबाव देखा गया है।
निफ्टी में एशियन पेंट, एचयूएल, बीपीसीएल, एलएंडटी, एक्सिस बैंक, आईटीस, एमएंडएम, टाटा कंज्यूमर और भारती एयरटेल के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं। वहीं, एनटीपीसी, एसबीआई लाइफ, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, इंडसइंड और बजाज ऑटो के शेयरों में नुकसान हुआ है।
केंद्रीय रिज़र्व बैंक की ओर से रेपो रेट को 0.35 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। इसे कम करने के लिए लगातार कड़े कम उठाए जा रहे हैं। चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर के अनुमान को 7 प्रतिशत के घटाकर 6.80 प्रतिशत कर दिया। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने महंगाई के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे चढ़कर 82.47 पर बंद हुआ। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपया 82.74 के स्तर पर खुला था, जिसके बाद डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी देखने को मिली और 82.47 पर हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा है।