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डॉ रोहिणी आचार्य ने अपने अपने पिता राजनेता लालू प्रसाद को अपनी किडनी दे दी। आप राजनेता लालू प्रसाद सकुशल है। 74 साल के लालू यादव को किडनी डोनेट करने वाला और कोई नहीं बल्कि उनकी खुद की 43 साल की बेटी रोहिणी आचार्य है। रोहिणी आचार्य भी इस समय सिंगापुर के उसी अस्पताल में भर्ती हैं, जहां लालू यादव का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन हुआ है।

दो दिन पूर्व पोस्ट
कुछ बेटियां बाप के दामन को दागदार कर भाग जाती है। वहीं एक बेटी डॉ रोहिणी आचार्य ऐसी भी है जो अपने बाप के जीवन को बचाने के लिए अपनी किडनी तक देने को तैयार हो जाती है। बताना जरुरी है कि राजनेता लालू यादव को सोमवार को उनकी बेटी रोहिणी आचार्य अपनी किडनी देगी। हॉस्पिटल जाने से पहले रोहिणी ने अपनी भावना का इजहार करते हुए कहा है कि आम आवाम के लिए लालू प्रसाद का स्वस्थ रहना जरूरी है।

लालू की सात बेटियों एवं दो बेटों में रोहिणी दूसरे नंबर की बेटी हैं। फिलहाल सिंगापुर के एक अस्पताल में वह किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया से गुजर रही हैं। अस्पताल जाने से पहले रोहिणी ने अपनी भावना का इजहार करते हुए कहा है कि आम आवाम के लिए लालू प्रसाद का स्वस्थ रहना जरूरी है। इसलिए उन्होंने ऐसा साहसिक फैसला लिया। लालू यादव को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रारंभिक परीक्षण के दौर से रोहिणी पहले ही गुजर चुकी हैं। उनके पति एवं ससुराल के परिजनों ने भी सहमति दे दी है।

ट्रांसप्लांट के लिए उन्हें भी रविवार की देर रात भर्ती किया जाएगा। सबकुछ ठीक पाए जाने पर सोमवार को ट्रांसप्लांट के लिए सर्जरी होगी। रोहिणी की किडनी अभी 90 से 95 प्रतिशत तक काम कर रही है। इस हिसाब से एक किडनी 45 प्रतिशत से अधिक काम कर सकती है। लालू की अपनी दोनों किडनी 28 प्रतिशत काम कर रही है। ट्रांसप्लांट के बाद लगभग 70 प्रतिशत काम करने लगेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से इतना काफी माना जाता है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव शनिवार की रात सिंगापुर के लिए रवाना हो गए हैं। राबड़ी देवी एवं मीसा भारती पहले से ही सिंगापुर में हैं।

लालू को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट किया जाना है। इसी अस्पताल में भाजपा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा, अमर सिंह एवं अभिनेता रजनीकांत की किडनी भी बदली गई थी। कहा जाता है कि अंग ट्रांसप्लांट के मामले में सिंगापुर का कानून लचीला है और इस अस्पताल की सफलता दर भी अधिक है। 373 बिस्तर वाले इस अस्पताल को 1976 में शुरू किया गया था। संचालन एक निजी संस्था पार्कवे हेल्थ द्वारा किया जाता है।

अस्पताल में प्रस्थान करने से कुछ घंटे पहले रोहिणी ने लालू प्रसाद के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। लालू की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी ने लिखा है कि ईश्वर को उन्होंने नहीं देखा है, लेकिन ईश्वर के रूप में पापा को देखा है।

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