जब बड़े भाई के विरुद्ध भी झूठी शिकायत अनुसूचित जाति महिला मीनाक्षी सागर के द्वारा एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र के इशारे पर थाना चंदौसी में 6 फरवरी 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी
इस पुलिस रिपोर्ट में मेरे भाई की नौकरी पेंशन तक समाप्त करने और जेल भिजवाने तक की साजिश तक रखी गई थी मेरे बड़े भाई डॉक्टर प्रवीण कुमार कह रहे थे नहीं इस रिपोर्ट में मेरे खिलाफ तो कुछ भी नहीं है इसके इसमें तो प्राचार्य के खिलाफ है मुझे तो हमसाज लिखा है। मैं उस समय बताया था भाई एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र आपसे 2002 जॉइनिंग के समय से ही दुश्मनी रखता है क्योंकि एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंधन तंत्र ने जब भाई को कॉलेज में जॉइनिंग नहीं कराई करने दी भाई ने पिछड़ा वर्ग आयोग में शिकायत कर दी थी और उसके बाद लगातार भाई के ऊपर असम को चंदौसी या सम काले चंदौसी के बाहर मारपीट हाथापाई पुलिस रिपोर्ट झूठी शिकायतें लगातार होती आई है जिससे कि वह प्रवीण भाई के खिलाफ एक ट्रैक रिकॉर्ड बना सके। और उसकी साजिश बहुत लंबी है इस रिपोर्ट में नौकरी भी खाएगा पेंशन भी खाएगा और जेल भिजवाएगा ऐसी प्लानिंग करके एस एम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र चला है और खुद दूध का दूल्हा दूर बैठकर कहेगा कि मेरा इसमें कोई लेना-देना नहीं है
और वही साबित हुआ साथ में यह भी कहा था मैंने बड़े भाई प्रवीण कुमार सुनो और प्रशासन भी सुनो देश की सरकार भी सुनो एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र को भंग कर दो नहीं तो यह झूठे केस में बहाल और बर्खास्त की का खेल मेरे भाई डॉक्टर प्रवीण कुमार के साथ भी खेलता रहेगा और वही साबित हो रहा है हर सरकारी विभाग से बड़े भाई डॉक्टर प्रवीण कुमार को भी जो 100% निर्दोष जिन्होंने मीनाक्षी सागर को रेप करना तो बहुत दूर की बात शेक हैंड भी नहीं, जो पुलिस रिपोर्ट फाइनल रिपोर्ट में भी सामने आ चुका है। मेरे बड़े भाई का कहना यह था कि श्रीमती मीनाक्षी सागर प्राइवेट प्रोफेसर अनुसूचित जाति महिला को नाखून तक भी टच नहीं है फिर मैं इसके जुल्म और अत्याचार झूठ आरोप कैसे सहन कर लूं मेरे परिवार को कैसे सहने दु।
मैं अपने भाई को कहा था मीनाक्षी सागर सिर्फ एक मोहरा है असली साजिश करता एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र है।
वही सारी बातें आज सच हो रही है और एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र 100% साजिश करता निकला कॉलेज की दर्जनों बीघा जमीन बेच खाई या कॉलेज एसएम कॉलेज चंदौसी जैसी मिलती-जुलती एक और संस्था बनाकर उसके नाम पर जमीन ट्रांसफर कर ली यह सब जांच में आ चुका या आएगा यह तो आप सरकारी विभाग से संपर्क करें क्योंकि मेरे मुंह से कहना ठीक नहीं है।
मेरे बड़े भाई के ऊपर बच्चों से 300 और ₹500 का जो आप लगाया था कॉलेज में लगभग 5 से 7000 बच्चे पढ़ते हैं इस प्रकार से तो हम अरबपति अरबपति हो चुके होते जबकि हमारे प्रॉपर्टी की जांच कराया हम तो सरकारी पेंशन पर है और पेंशन करता सिर्फ घर का गुजारा कर सकता है अपना घर परिवार का परिवार मकान भी नहीं बन सकता जो हमारे घर परिवार मकान से साफ झलकता है हमारे खानदान रिश्तेदारों के भी मकान की भी जांच कर कर देख लो किसी के भी घर मकान भी सिर्फ एक मिडिल क्लास फैमिली के जैसे से ज्यादा आज तक भी नहीं है फिर यह झूठे आरोप हम अपने भाई के ऊपर कैसे सहन कर ले क्योंकि हम जानते हैं हमें किसी का ₹1 भी नहीं फ़ाबत मन में किसी के प्रति कोई द्वेष भी झूठ से भी आ जाए तब भी हमारा नुकसान होता है फिर हम इतना बड़ा झूठा आरोप कैसे सहन कर ले।
आखिर मरता क्या नहीं करता मेरे भाई ने कभी भी एस एम कॉलेज चंदौसी प्रबंधन के खिलाफ मुंह तक नहीं खोला क्योंकि पानी में रहकर मगरमच्छ से पर नहीं किया जा सकता, एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र को अपना अभिभावक अपना गर्जन हमेशा मेरे भाई मानकर चलते रहे लेकिन उनके दिल और दिमाग में कितनी बड़ी साजिश कितना जहर भरा हुआ था यह सब सामने आ गया और आ रहा है।
जो मैंने कहा वही सच हुआ एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र बहाल और बर्खास्तगी का खेल, खेल रहा है सरकारी आदेशों को नहीं मान रहा है। एक के बाद एक झूठ आप खुद सामने आ रहा है और अनुसूचित जाति मीनाक्षी प्राइवेट प्रोफेसर जो उनका कॉलेज में कर्मचारियों के नाम पर बड़ा गैंग है उसके द्वारा आरोप प्रत्यारोप करवाता रहता है खुद दूर बैठा रहता है। यह हालात देश के सभी सहायता प्राप्त स्कूल कॉलेज की भी है। सरकार को इन सभी स्कूल कॉलेज का अधिग्रहण करना चाहिए नहीं तो यह सरकारी कर्मचारियों की प्रोफेसर की जिंदगी तबाह कर देंगे।
सबसे बड़ी खास बात यह है कि एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र सरकारी जांच में नहीं जाता सारे केस कोर्ट में घसीट कर लेकर जाता है क्योंकि उसको पता है जांच में पैसा खर्च नहीं होता गरीब लोग जांच में अपना दुखड़ा रहेंगे और कोर्ट में एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र पैसे के दम पर वकीलों के दम पर कॉलेज के सरकारी सहायता प्राप्त जनता के टैक्स के पैसे के फंड से अरबों रुपए खर्च कर कैस को जीतने की भरपूर कोशिश करेगा और सरकारी कर्मचारी जो वेतन पर होंगे वह पैसा खर्च नहीं कर सकते लेकिन यह हम इस एसएम कॉलेज चंदौसी प्रबंध तंत्र को साजिश करता को सफल नहीं होने देंगे ऐसी हमारी 100% सच्चे मन से कोशिश रहेगी।
निवेदक
सुभाष चंद कश्यप
9837749557
21 अगस्त 2025।