अवैध लिंग परीक्षण के खिलाफ मिशन मोड में स्वास्थ्य विभाग, मुखबिर योजना दे रही मजबूत सहारा
पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत लिंग परीक्षण की जानकारी देने पर सरकार देगी 02 लाख का इनाम
बागपत 27 नवंबर 2025 –जिलाधिकारी अस्मिता लाल आज कलेक्ट्रेट सभागार में पी०सी०पी०एन०डी०टी० अधिनियम-1994 के सम्बंध में
जनपदीय सलाहकार समिति बागपत के सम्बंध में बैठक कर आवश्यक निर्दश दिए जनपद में नई सलाहकार समिति का गठन किया गया अवैध अल्ट्रासाउंड चलने वालों पर बड़ी कार्यवाही की जाएगी पीसीपीएनडीटी एक्ट के सभी नियमों का पालन करना होगा ।
उत्तर प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती के लिए सरकार द्वारा पीसीपीएनडीटी मुखबिर योजना संचालित है जिसका उद्देश्य अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण और गर्भसमापन की घटनाओं पर रोक लगाना है, ताकि राज्य में लिंगानुपात संतुलित रहे और बेटियों का सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग लगातार इस योजना को मजबूत तरीके से लागू कर रहा है।
योजना के तहत तीन सदस्यीय गोपनीय टीम बनाई जाती है, जिसमें एक मुखबिर, एक डिकॉय गर्भवती महिला और उसकी सहायिका शामिल होती हैं। यह टीम संदिग्ध क्लीनिकों पर स्टिंग ऑपरेशन कर ऐसे लोगों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाती है जो भ्रूण लिंग परीक्षण जैसी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होते हैं। योजना में शामिल टीम को कुल दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
मुखबिर को 60 हजार, डिकॉय गर्भवती महिला को एक लाख और सहायिका को 40 हजार रुपये मिलते हैं। यह राशि तीन चरणों में दी जाती है—पहली स्टिंग ऑपरेशन के बाद, दूसरी आरोपी की अदालत में पेशी के समय और तीसरी मामले के निस्तारण के बाद। सरकार का मानना है कि इस आर्थिक प्रोत्साहन से लोग बिना किसी डर के भ्रूण हत्या में शामिल गिरोहों की जानकारी देने के लिए आगे आ सकेंगे।
मुखबिर योजना के तहत प्रदेश के कई जिलों में ऐसी कार्रवाइयाँ हुई हैं, जिनमें अवैध लिंग परीक्षण से जुड़े क्लीनिकों व डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। कई जगह अल्ट्रासाउंड मशीनें सीज की गईं, लाइसेंस रद्द किए गए और दोषियों को जेल भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह योजना सिर्फ अपराधियों को पकड़ने का माध्यम नहीं है, बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रयास भी है।
विभाग की ओर से लगातार जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिनमें महिलाओं और परिवारों को बताया जाता है कि लिंग परीक्षण करना और कराना कानूनन अपराध है। इसके साथ ही यह जानकारी भी दी जा रही है कि कोई भी नागरिक अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर मुखबिर योजना का हिस्सा बन सकता है।
सरकार का उद्देश्य है कि बेटियों के जन्म को लेकर समाज की सोच और अधिक सकारात्मक बने। मुखबिर योजना इसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जो आम लोगों को सीधे भ्रूण हत्या रोकने के अभियान से जोड़ती है। राज्य में लिंगानुपात के सुधार की दिशा में सकारात्मक संकेत दिखाई दे रहे हैं और प्रशासन इसे और मजबूती से आगे बढ़ाने पर कार्य कर रहा है, ताकि हर बेटी सुरक्षित जन्म ले सके और समान अवसरों के साथ आगे बढ़ सके।
सूचना विभाग बागपत