बागपत, 19 अक्टूबर 2025। बागपत के युवाओं ने इस बार दिवाली को केवल रोशनी का नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का त्योहार बनाने की ठानी है। जिले की युवा संस्था उड़ान यूथ क्लब और एनिमल वेलफेयर वालंटियर्स ने मिलकर एक पहली बार युवाओं द्वारा संचालित ऑनलाइन जागरूकता पहल शुरू की है, जिसका नाम है — “सुरक्षित दिवाली – हमारी ज़िम्मेदारी”। इस पहल के तहत आयोजित ऑनलाइन क्विज में भाग लेने की अंतिम तिथि 21 अक्टूबर 2025 तय की गई है जिसमें अभी तक सैकड़ों लोग प्रतिभाग कर चुके है।
यह क्विज न केवल जानकारी का माध्यम है, बल्कि एक युवा-नेतृत्व वाली सामाजिक मुहिम है, जो यह संदेश देती है कि खुशियों का त्योहार सभी के लिए सुरक्षित होना चाहिए — चाहे वह इंसान हों, जानवर हों या प्रकृति। इस पहल के माध्यम से युवाओं का उद्देश्य लोगों को यह सोचने पर प्रेरित करना है कि हमारे त्योहार के शोर, पटाखों और प्रदूषण से बेजूबान प्राणियों और पर्यावरण पर क्या असर पड़ता है।
इस अभियान की खास बात यह है कि इसे डिजिटल माध्यम और सोशल मीडिया एडवोकेसी के जरिये बड़े पैमाने पर फैलाया जा रहा है। उड़ान यूथ क्लब और एनिमल वेलफेयर वालंटियर्स के सदस्यों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पोस्टर्स, स्लोगन और शॉर्ट वीडियो क्लिप्स जारी किए हैं, जिनमें लोगों से अपील की गई है कि वे जिम्मेदारी से दिवाली मनाएं और जानवरों की पीड़ा को समझें। इन रचनात्मक पोस्टर्स को जिले के सैकड़ों युवाओं ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर साझा किया है।


उड़ान यूथ क्लब, जो एक पुरस्कार प्राप्त युवा संगठन है, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के जरिये सामाजिक मुद्दों पर शिक्षा और जागरूकता फैलाने के लिए जाना जाता है। वहीं एनिमल वेलफेयर वालंटियर्स, बागपत एक जमीनी संगठन है जो स्थानीय प्रशासन के सहयोग से पशु बचाव और कल्याण के लिए लगातार काम कर रहा है। दोनों संस्थाओं ने मिलकर इस पहल को जनांदोलन का रूप देने की ठानी है।
क्विज में लगभग 15 बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल हैं। पूर्ण अंक प्राप्त करने वालों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। प्रतिभागियों को अपने ‘दिवाली संदेश’ साझा करने का अवसर भी मिलेगा, जिनमें से चयनित संदेशों को अभियान के आधिकारिक सोशल मीडिया पेजों पर प्रदर्शित किया जाएगा। क्विज में री-अटेम्प्ट की सुविधा दी गई है और प्रमाणपत्र 24 घंटे के भीतर ईमेल पर भेजा जाएगा।
यह पहल सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुली है। इसमें छात्र, शिक्षक, पर्यावरण प्रेमी, स्वयंसेवी और पशुप्रेमी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। आयोजकों का कहना है कि यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं बल्कि एक सीखने और सोचने की प्रक्रिया है, जिससे लोग यह समझ सकें कि छोटी-छोटी जिम्मेदारियां मिलकर बड़े बदलाव ला सकती हैं।
रुचि रखने वाले प्रतिभागी क्विज में भाग लेने के लिए इस लिंक पर जा सकते हैं — https://forms.gle/L43JrwyyDLGTt6XY9

