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जनपद बागपत की कला, संस्कृति और परंपराओं का संगम बनेगा स्वदेशी मेला, वोकल फॉर लोकल को देगा बढ़ावा

प्रशासन का आह्वान: बागपत ट्रेड शो में अवश्य आए, स्वदेशी को गर्व से अपनाए!

स्वदेशी मेले में दिखेगी समृद्ध बागपत की झलक, एक मंच पर आयेंगे बागपत के सभी स्वाद, उत्पाद, कारीगर और उद्यमी

बागपत, 06 अक्टूबर 2025: जनपद बागपत के कारीगर, हस्तशिल्पी और छोटे उद्यमी इस दिवाली अपनी कला, हुनर और उत्पादों को आम जनता के सामने प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं। शासन की महत्वाकांक्षी पहल के तहत उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में ‘स्वदेशी मेला’ आयोजित किया जा रहा है, और बागपत में यह मेला सम्राट पृथ्वीराज चौहान डिग्री कॉलेज में 09 से 18 अक्टूबर तक चलेगा।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल के निर्देशन में आयोजित इस मेले का उद्देश्य है स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को सीधा बाजार उपलब्ध कराना, उनकी आमदनी बढ़ाना, और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को मजबूती देना। इस मेले में जहां बागपत गर्व के साथ अपने स्वाद, उत्पादों का प्रदर्शन करेगा, वहीं सभी उत्कृष्ट कारीगर और उद्यमी भी एक मंच पर इकट्ठा होंगे। जनपद के लोगों को अपने बागपत का एक नए अंदाज में अनुभव करने का अवसर मिलेगा।

यह मेला उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसकी थीम है “स्वदेशी उत्पाद और लोकल से वोकल।” इसका उद्देश्य न केवल बागपत के कारीगरों और छोटे उद्यमियों को एक मंच देना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाना और आम जनता को देशी वस्तुओं के प्रति जागरूक करना भी है। यह पहल पहले केवल 18 मंडलों तक सीमित थी, लेकिन अब पूरे प्रदेश में इसे विस्तारित किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में मेला 9-10 दिनों तक चलेगा, और इसका उद्घाटन स्थानीय मंत्री या विधायक करेंगे।

इस मेले में बागपत के कारीगर और हस्तशिल्पी अपने उत्पाद सीधे जनता को बेच सकेंगे। वन डिस्ट्रिक्ट वन उत्पाद और जीआई टैग प्राप्त उत्पादों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे उपभोक्ता न केवल उच्च गुणवत्ता और उचित मूल्य पर उत्पाद खरीद सकेंगे, बल्कि बागपत की सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत से भी जुड़ सकेंगे।

‘स्वदेशी मेला’ का आयोजन बागपत की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और कारीगरों की आमदनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल स्थानीय युवाओं और महिलाओं के लिए स्वरोजगार और उद्यमिता के अवसर भी खोलेगी। मेले के माध्यम से बागपत के उत्पाद न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश और देशभर में पहचान पाएंगे।

सरकार ने ‘यूनिटी मॉल’ की भी घोषणा की है, जो जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित होंगे। इन मॉल्स में जनपद के विशेष के उत्पादों के साथ-साथ पूरे देश के ODOP उत्पाद भी उपलब्ध होंगे। इससे बागपत के कारीगर राष्ट्रीय और डिजिटल बाजार तक पहुंच पाएंगे और उनके उत्पादों की मांग बढ़ेगी।

मेलों में सिर्फ उत्पाद ही नहीं, बल्कि बागपत की संस्कृति, कला और परंपराओं का भी प्रदर्शन होगा। स्थानीय संस्कृति और युवा कल्याण विभाग के सहयोग से सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। मेले में देशी पकवान, पारंपरिक मिठाइयाँ और क्षेत्रीय व्यंजन भी प्रदर्शित होंगे, जिससे बागपत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर आम जनता के सामने आएगी। इस बार मेलों के प्रचार-प्रसार में डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी सहारा लिया जाएगा। यह पहल बागपत के कारीगरों और उत्पादों को एक नई पहचान दिलाएगी।

जिलाधिकारी ने आह्वान किया कि जनपद बागपत के सभी नागरिक स्वदेशी मेले का हिस्सा बनें, स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों के उत्पाद खरीदें और ‘वोकल फॉर लोकल’ को सशक्त करें। इस प्रकार के स्थानीय कार्यक्रमों में लोगों के आने से जहां कारीगरों का मनोबल बढ़ता है, वहीं हम जिम्मेदार नागरिकता का परिचय देते है क्योंकि अपनी संस्कृति, अपनी पहचान के संरक्षण और संवर्धन के प्रयास भी राष्ट्रीयता के भाव के अनुरूप महत्वपूर्ण है।

यह मेला सिर्फ खरीदारी का अवसर नहीं है, बल्कि स्थानीय संस्कृति, कला और कौशल को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। विशेषकर युवा और महिलाएं अपने हुनर और उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए इस मेले में भाग लेकर स्वरोजगार और उद्यमिता के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। सरकार भी स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को आर्थिक सशक्तिकरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह मेला बागपत की पहचान को मजबूत करेगा और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सूचना विभाग बागपत

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