राजभाषा हिंदी के विभिन्न आयामों पर हुआ मंथन, अधिकारियों और कर्मचारियों ने ली हिंदी में कार्य करने की प्रतिज्ञा
वरिष्ठ राजभाषा प्रबंधक अभय नाथ मिश्र ने हिंदी राजभाषा के संवैधानिक प्रावधानों की दी जानकारी
बागपत, 29 सितम्बर 2025 – भारत सरकार, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अधीन चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान, बागपत में एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति बागपत के सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा किया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके उपरांत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मिलकर राजभाषा हिंदी में कार्य करने की प्रतिज्ञा ली।
मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित केनरा बैंक के वरिष्ठ राजभाषा प्रबंधक एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति बागपत के सचिव अभय नाथ मिश्र ने कार्यशाला में राजभाषा हिंदी के विभिन्न आयामों, संवैधानिक प्रावधानों, नियमों और अधिनियमों पर गहन और व्यावहारिक दृष्टि से प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यालयीन कार्यप्रणाली में हिंदी का प्रयोग केवल नियम के पालन के लिए आवश्यक नहीं है, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय अस्मिता, सांस्कृतिक पहचान और प्रशासनिक दक्षता को भी सशक्त बनाता है। विकसित भाषा से ही विकसित राष्ट्र का निर्माण संभव है। हिंदी को अपनाकर हम न केवल अपने कार्यालयीन कार्यों को सशक्त बनाएंगे बल्कि राष्ट्रीय गौरव और संस्कृति को भी मजबूत करेंगे।
संस्थान के संयुक्त आयुक्त डॉ संदीप कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को प्रेरित किया कि वे हिंदी को अपने दैनिक पत्राचार, रिपोर्ट लेखन, नोटिंग और प्रस्तुति कार्यों में प्राथमिक भाषा के रूप में अपनाएँ, ताकि सरकारी कार्यालयों में राजभाषा के संवैधानिक उद्देश्य का सशक्त क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। साथ ही बताया कि हिंदी के सक्रिय प्रयोग से प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, संवाद की स्पष्टता और कर्मचारियों की सहभागिता बढ़ती है।
इस अवसर पर संस्थान के सहायक आयुक्त एवं हिंदी अधिकारी विकास गुप्ता ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हिंदी कार्यशालाएँ सरकारी कार्यालयों में हिंदी के व्यावहारिक क्रियान्वयन को गति देती हैं और सभी को प्रेरित करती हैं कि वे राजभाषा के संवर्द्धन में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
कार्यशाला में विशेष रूप से कार्यालय की तिमाही प्रगति रिपोर्ट एवं नराकास बागपत की छमाही प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों को हिंदी में रिपोर्ट लेखन, पत्राचार, नोटिंग-ड्राफ्टिंग, तथा तकनीकी शब्दावली के प्रयोग की जानकारी दी गई। नराकास बागपत के अंतर्गत आने वाले विभिन्न सदस्य कार्यालयों जैसे कि बैंकों, शिक्षा संस्थानों एवं विभागीय शाखाओं से आए प्रतिनिधियों ने कार्यशाला में भाग लिया। प्रतिभागियों ने समूह चर्चा, प्रश्नोत्तर सत्र और अनुभव साझा करने जैसी गतिविधियों में उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया, जिसमें सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने-अपने कार्यालयों में हिंदी का अधिकतम प्रयोग सुनिश्चित करेंगे और हिंदी को शासकीय कार्यों की प्रथम भाषा बनाने की दिशा में सक्रिय योगदान देंगे।
इस अवसर पर संस्थान के संयुक्त आयुक्त डॉ अश्वनी कुमार सिंह, सहायक आयुक्त डॉ शीतल पंत, डॉ हिमांशु शर्मा, डॉ आलोक कुमार यादव, डॉ निहार नालिनी, डाक विभाग से नवीन कुमार, केंद्रीय विद्यालय चांदीनगर से डॉ उमेश कुमार आदि मौजूद रहे।
सूचना विभाग बागपत