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Mission LiFE से जुड़कर बने प्रो प्लैनेट पीपल और पर्यावरण संरक्षण में दे अपना योगदान।

जहां विश्व में गरीबी, बेरोजगारी, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर अक्सर चर्चाएं चलती रहती है, वहीं कुछ मुद्दे ऐसे भी है जिसमें चर्चा करने के साथ साथ हम प्रत्यक्ष रूप से अपनी प्रतिबद्धता दिखाकर सहभागी बन सकते है। आज हम बात कर रहे है विकास से जुड़ने की और समस्या के निवारण हेतु कार्य करने की। हम समस्या उत्पन्न होने पर सजग होने से बेहतर विकल्प अपना सकते है जो है समस्या के उत्पन्न होने की संभावना को न्यूनतम कर देना।

हाल ही में Mission LiFE को लेकर इंटरनेट, समाचार पत्र, टीवी, हर कहीं हमें जानने को मिलता है कि यह एक अभियान है जो पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाने के लिए संचालित है। लेकिन क्या आप जानते है आप इस अभियान के आधार हैं और Mission LiFE के अंतर्गत सुझाए गए तरीकों को अपने व्यवहार एवं जीवनशैली में अपनाकर आप एक बड़े बदलाव में सहभागी बन सकते है।

आइए जानते है कुछ तरीके जो हम अपनी दिनचर्या में अपनाकर एवं अन्य लोगों को भी जागरूक कर प्रो प्लैनेट पीपल बन सकते है:

ऊर्जा संरक्षण:

  • एलईडी बल्ब/ट्यूब लाइट का प्रयोग करें
  • जहां भी संभव हो सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें
  • जहां भी संभव हो लिफ्ट के बजाय सीढ़ियां लें
  • लाल बत्ती और रेलवे क्रॉसिंग पर वाहन के इंजन बंद कर दें
  • स्थानीय या छोटे आवागमन के लिए साइकिल का प्रयोग करें
  • उपयोग के बाद सिंचाई पंपों को बंद कर दें
  • पेट्रोल/डीजल वाहनों की तुलना में सीएनजी/इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता दें
  • मित्रों और सहकर्मियों के साथ कारपूलिंग का उपयोग करें
  • सही गियर में ड्राइव करें। गियर न बदलते समय अपने पैर को क्लच से दूर रखें
  • छतों पर सोलर वाटर या सोलर कुकर हीटर लगाएं
  • उपयोग में न होने पर उपकरणों को प्लग पॉइंट से बंद कर दें
  • खाना पकाने और बिजली की जरूरतों के लिए बायोगैस का उपयोग करें
  • एयर कंडीशनर का तापमान 24 डिग्री पर रखें
  • अन्य कुकवेयर की तुलना में प्रेशर कुकर को प्राथमिकता दें
  • अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ऊर्जा-बचत मोड में रखें
  • अक्सर इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के लिए स्मार्ट स्विच का इस्तेमाल करें
  • पानी ठंडा करने के लिए सामुदायिक मिट्टी के घड़े स्थापित करें
  • फ्रिज या फ्रीजर को नियमित रूप से डीफ्रॉस्ट करें
  • ट्रेडमिल पर दौड़ने के बजाय बाहर दौड़ें

जल संरक्षण:

  • बाजरा जैसी कम पानी वाली फसलों की खेती को अपनाएं
  • अमृत सरोवर योजना के माध्यम से ग्रामीण जल निकायों के पुनर्भरण में भाग लें
  • फसल विविधीकरण का अभ्यास करें, चावल और गेहूं के अलावा दलहन और तिलहन की खेती की फसल प्रणाली से आगे बढ़ें
  • कुशल पानी की बचत तकनीकों का उपयोग करें (जैसे सूक्ष्म सिंचाई, खेत तालाब, शून्य जुताई, सीधे बीज वाले चावल और अन्य)
  • घर/स्कूल/कार्यालयों में वर्षा जल संचयन के बुनियादी ढांचे का निर्माण करें
  • अपशिष्ट पदार्थों से निर्मित ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग करें
  • जहाँ भी संभव हो धुली हुई सब्जियों के पानी का पौधों में पुन: उपयोग करें
  • भारी बर्तनों को धोने से पहले पहले से भिगो दें
  • हर बार जब नलों में ताजा पानी आ रहा हो तो अप्रयुक्त भंडारित पानी को फेंके नहीं
  • पौधों/फर्शों/वाहनों में पानी देने के लिए नली के पाइपों के बजाय बाल्टियों का उपयोग करें
  • फ्लश, नल और वाटरपाइप में लीकेज को ठीक करें
  • नल, और शावरहेड्स, और टॉयलेट फ्लश इकाइयों के लिए जल-कुशल जुड़नार का उपयोग करें
  • नियमित रूप से पानी की खपत मापने के लिए अपने घर के लिए पानी के मीटर में निवेश करें
  • एसी/आरओ से निकले पानी को बर्तन साफ करने, पौधों को पानी देने और अन्य कामों में दोबारा इस्तेमाल करें
  • उस जल शोधन प्रणाली को प्राथमिकता दें जो कम पानी बर्बाद करे

एकल प्रयोग प्लास्टिक छोड़े:

  • शॉपिंग के लिए प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े के बैग का इस्तेमाल करें
  • जहाँ भी संभव हो अपनी पानी की बोतल साथ ले जाएँ
  • भंडारण बक्से के रूप में कांच व प्लास्टिक के कंटेनर / पैकेजिंग की वस्तुओं का पुन: उपयोग करें
  • शहरों और जल निकायों के सफाई अभियान में भाग लें
  • सभाओं और कार्यक्रमों के दौरान गैर-प्लास्टिक व पर्यावरण के अनुकूल कटलरी का उपयोग करना पसंद करें
  • सक्रिय उपयोग में न होने पर चालू नल बंद कर दें
  • सैनिटरी नैपकिन की जगह मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करें
  • जहां भी संभव हो, शुद्ध प्लास्टिक के स्थान पर पुनर्चक्रित प्लास्टिक का उपयोग करें
  • स्टील अथवा पुनर्चक्रित प्लास्टिक के लंच बॉक्स और पानी की बोतलों का इस्तेमाल करें।
  • बायोडिग्रेडेबल कचरे में मिलने से बचाव के लिए वस्तुओं के प्लास्टिक पैक को आंशिक रूप से काटकर ही इस्तेमाल करे
  • बांस के टूथब्रश और नीम की कंघी का चुनाव करें
  • सतत खाद्य प्रणाली को अपनाएं
  • आंगनबाड़ी, मध्याह्न भोजन और पीडी योजना के माध्यम से आहार में मिलेटस यानी मोटे अनाज को शामिल करें
  • घर में खाने की बर्बादी को कम्पोस्ट करें
  • घरों/स्कूलों/कार्यालयों में किचन गार्डन/ टैरेस गार्डन बनाएं
  • गाय के गोबर से जैविक खाद तैयार करें और खेतों में इस्तेमाल करें
  • स्थानीय रूप से उपलब्ध और मौसमी खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें
  • भोजन की बर्बादी को बचाने के लिए दैनिक भोजन के लिए छोटी प्लेटों का उपयोग करें

अपशिष्ट कम करे (स्वच्छता एक्शन)

  • बायोगैस संयंत्र में पशु अपशिष्ट, भोजन अपशिष्ट और कृषि अपशिष्ट का दान करें (गोबर्धन योजना)
  • घरों में सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग करने की आदत डालें
  • कंपोस्टिंग खाद और मल्चिंग के लिए कृषि अवशेष, पशु अपशिष्ट का उपयोग करें
  • पुराने समाचार पत्रों, पत्रिकाओं को रीसायकल और पुन: उपयोग करें
  • बची हुई और बिना पकी सब्जियां मवेशियों को खिलाएं
  • प्रिंटर को डिफ़ॉल्ट रूप से डबल-साइड प्रिंटिंग पर सेट करें
  • पुराने फर्नीचर की मरम्मत, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण करें
  • पुनर्नवीनीकरण कागज से बने कागज उत्पाद खरीदें
  • पुराने कपड़े और किताबें दान करें
  • जल निकायों में अपशिष्ट न फेंके
  • सार्वजनिक स्थानों पर पालतू जानवरों को शौच न करने दें

स्वस्थ जीवन शैली को अपनाएं

  • भोजन में बाजरा और पोषण के लिए देशी जड़ी बूटियों और औषधीय पौधों के उपयोग को प्रोत्साहित करें
  • प्राकृतिक या जैविक उत्पादों का सेवन करना पसंद करें
  • सामुदायिक स्तर पर जैव विविधता संरक्षण प्रारंभ करें
  • घरेलू परिसर के भीतर नीम, तुलसी, गिलोय, पुदीना, करी पत्ता, अश्वगंधा, करी जैसे औषधीय पौधे लगाएं

प्राकृतिक या जैविक खेती करें

  • प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए पेड़ लगाएं
  • जंगली जानवरों की खाल, हाथी और फर से बने उत्पादों/स्मृति चिह्नों को खरीदने से बचें
  • सामुदायिक भोजन और कपड़ा बैंकों और पशु आश्रयों में स्वयंसेवा करे
  • अपने आवासीय क्षेत्र/स्कूल/कार्यालय में ग्रीन क्लब शुरू करें और/या उसमें शामिल हों

ई-वेस्ट कम करे

  • उपकरणों को हटाने की बजाय इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मरम्मत करें और उनका उपयोग करें
  • निकटतम ई-रीसाइक्लिंग इकाइयों में गैजेट्स को त्यागें
  • रिचार्जेबल लिथियम सेल का उपयोग करें
  • पेन ड्राइव और हार्ड ड्राइव के बजाय क्लाउड स्टोरेज को प्राथमिकता दें

लेखक के बारे में:

20 वर्षीय युवा अमन कुमार वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से समाज कार्य में स्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रहे है। नेहरू युवा केंद्र बागपत से संबद्ध ग्रामीण युवाओं की संस्था उड़ान युवा मंडल ट्यौढी की अध्यक्षता करते हुए अमन कुमार द्वारा विभिन्न कीर्तिमान स्थापित किए गए जिसमें 18 माह में प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 के अंतर्गत 7 मिलियन लोगों तक शैक्षिक अवसरों की जानकारी पहुंचाना उल्लेखनीय है। इसके अतिरिक्त उड़ान युवा मंडल के अंतर्गत वह विभिन्न राष्ट्रीय अभियानों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन करते है जिसमें मिशन लाइफ भी शामिल है।

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