प्रयागराज के कसारी मसारी के कब्रिस्तान में कब्र खोदी जा रही है। यहीं आज अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को दफनाया जाएगा. इससे पहले कल शनिवार को अतीक अहमद के बेटे असद को भी इसी कब्रिस्तान में दफन किया गया है. असद के शव को शनिवार की सुबह ही झांसी से प्रयागराज लाया गया था।
असद को दफनाए जाने के बाद शनिवार की देर रात असद के पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अब अतीक और अशरफ को भी कसारी मसारी के कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि अतीक और अशरफ को शूट करने वालों से पूछताछ में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. आरोपियों ने प्रयागराज में रुकने के लिए होटल लिया था. वे यहां 48 घंटे तक होटल में रहे। अब पुलिस होटल के स्टाफ से पूछताछ कर रही है. जानकारी में पता चला है कि एक आरोपी हैंगिंग बैग लेकर आया था. वहीं बाकी का सामान अब भी होटल में होने की संभावना है. पुलिस दूसरे होटलों में भी छापेमारी कर रही है.
शनिवार को जब असद के शव को दफनाया गया तो असद की मां शाइस्ता परवीन भी असद के शव को नहीं देख पाई, क्योंकि वो फरार चल रही है और उस पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है. इससे पहले पुलिस को इनपुट मिले थे कि शाइस्ता अपने बेटे को आखिरी बार देखने के लिए जरूर आएगी और इसके लिए पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी का जाल भी बिछा लिया था.
इसके अलावा अतीक ने भी कोर्ट से असद के जनाजे में शामिल होने की गुहार लगाई थी। पहले कहा जा रहा था कि शव को अतीक के घर में थोड़ी देर के लिए रखा जाएगा, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस ने असद को सीधे कब्रिस्तान ही पहुंचाया. उसके जनाजे में 20-25 करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए थे।
बीते गुरुवार को हुआ था असद और गुलाम का एनकाउंटर
बता दें कि उमेश पाल मर्डर केस में फरार होने के बाद असद अहमद और शूटर गुलाम का यूपी एसटीएफ ने गुरुवार की दोपहर एनकाउंटर कर दिया था।
यूपी एसटीएफ की ओर से कहा गया था कि असद और गुलाम के साथ झांसी के पारीछा डैम के पास मुठभेड़ हुई थी, जिसमें क्रॉस फायरिंग में दोनों की मौत हो गई. उन दोनों पर पुलिस ने 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. उमेश 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे.
शनिवार रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर किया गया मर्डर
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. तीनों हमलावर पत्रकार बनकर पहुंचे थे, और उस समय गोली मारी जब पुलिस अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी. घटना के बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को पकड़ लिया. उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस के अनुसार, अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है.