26 फ़रवरी, धीरज कश्यप, शामली। यूक्रेन में कि भारतीय बच्चे अपने अभिभावकों को फोन कर बता रहे है कि पिछले चार दिनों से खाने के लिए रोटी भी नहीं मिली है। पिछली तो रात एक बिस्कुट और पानी की बोतल मिली थी। गोलाबारी होने के कारण प्रदूषण बढ़ गया है। जिससे सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कभी बंकर तो कभी बसों में समय गुजारना पड़ रहा है। मंजिल तक पहुंचने के लिए बच्चे 10 से 15 किलोमीटर तक पैदल भी चल रहे हैं। तमाम परेशानियों के बीच स्वजन चितित है और जल्द से जल्द बच्चों के भारत लौटने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। बेहतर शिक्षा हासिल करने के लिए यूक्रेन गए बच्चों को इन दिनों बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय दूतावास लगातार बच्चों के संपर्क में है और बच्चों की मदद के लिए दिन रात बातचीत कर रहे हैं।
यूक्रेन के ईवानी शहर से एक बस रोमानिया के लिए चली तो शामली निवासी प्रभात भार्गव के बेटे अंश और बेटी मानवी भी बस में बैठ गए। लेकिन लंबा जाम होने के कारण बच्चों को करीब 10 से 15 किलोमीटर तक पैदल ही चलना पड़ा। खाने की भी दिक्कत है। खाने की चिंता से ज्यादा बच्चों के लिए भारत लौटना जरूरी हो रहा है। प्रभात भार्गव बताते हैं कि रोमनिया तो जैसे-तैसे पहुंच जाएंगे। प्रशांत कश्यप पुत्र डा. रामनिवास कश्यप
झिझाना निवासी प्रशांत कश्यप पुत्र डा. रामनिवास कश्यप ने बताया कि पिछले चार दिनों से उन्होंने ठीक से खाना भी नहीं खाया है, शुक्रवार को देर रात एक बिस्कुट का पैकेट और एक पानी की बोतल मिली थी, तब से उसी में गुजारा चल रहा है। कभी बंकर तो कभी अस्पताल में समय गुजारना पड़ रहा है। थोड़ी-थोड़ी देर बाद तेज गोलाबारी आदि की आवाजों से दहशत भी बन रही है, हालांकि भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है और मदद कर रहे है। तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जलालाबाद निवासी धर्मवीर के बेटे ईशु सिद्धार्थ यूक्रेन में है और उनके आसपास सब कुछ बंद हो गया है, एटीएम में पैसे नहीं है। खाने का सामान खरीदने के लिए भी परेशानी बन रही है।
बम धमाके हो रहे हैं। स्वजन चितित है। काका नगर निवासी प्रमोद मलिक के बेटे कुशाग्र मलिक, आदि जैन पुत्र पंकज जैन, आर्य धीमान पुत्र सुधीर धीमान, शाहिद निवासी कबाड़ी बाजार, कैराना के हिमांशु भी यूक्रेन में है। उनके स्वजन लगातार चितित है और जल्द से जल्द हिमांशु के घर पहुंचने को मदद की गुहार लगा रहे हैं। जलालाबाद क्षेत्र के ईशु सिद्धार्थ, ईशा, थानाभवन क्षेत्र के कुटुबगढ़ निवासी वैभव, चौसाना निवासी जहांगीर खान आदि यूक्रेन में ही है। आने का कोई रास्ता किसी भी छात्र-छात्रा के लिए नहीं निकल रहा है। सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सदर विधायक तेजेंद्र निर्वाल ने दूसरे दिन जलालाबाद निवासी ईशा, ईशु और वैभव के स्वजन के साथ मिलकर बातचीत की और उन्होंने आश्वासन दिया कि देश के प्रधानमंत्री बच्चों को वापस लाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं।
अपर जिलाधिकारी जनपद शामली संतोष कुमार सिंह ने बताया कि यूक्रेन में उत्पन्न आपातकालीन परिस्थितियों को देखते हुए जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वर्तमान में जो लोग यूक्रेन में फंसे हैं, उनकी सूचना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कंट्रोल रूम के नंबर 01398-270203 और 8445972674 पर दर्ज करा सकते हैं। साथ ही ई-मेल आइडी डीडीएमएएसएचएच एट जीमेल डाट काम पर भी भेज सकते हैं। संबंधित अभिभावक-स्वजन यूक्रेन में फंसे छात्रों-व्यक्तियों के नाम, पता, मोबाइल नंबर, किस कार्य के लिए यूक्रेन गए आदि की जानकारी दें।
1-अंश भार्गव पुत्र प्रभात भार्गव, धीमानपुरा, शामली
2-मानवी भार्गव पुत्री प्रभात भार्गव, धीमानपुरा, शामली
3-आदि जैन पुत्र पंकज जैन, मंडी जवाहर गंज, शामली
4-कुशाग्र मलिक पुत्र प्रमोद मलिक, बुढ़ाना रोड, शामली
5-जवेरिया पुत्री मोहम्मद शाहिद, गांधी चौक बाजार, शामली
6-प्रशांत कश्यप पुत्र डा. रामनिवास कश्यप, कस्बा झिझाना
7-हिमांशु चौहान पुत्र रविद्र चौहान, ऊंचा गांव, कैराना
8-ईशु सिद्धार्थ पाल पुत्र धर्मवीर पाल, जलालाबाद
9-वैभव पुत्र सूबेदार विक्रांत शर्मा, गांव कुतुबगढ़, थानाभवन
10: जहांगीर खान पुत्र फजल इलाही निवासी चौसाना
11: ईशा पुत्री डा. सोमनाथ निवासी जलालाबाद
12: शाहिद निवासी कबाड़ी बाजार शामली
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